जिनको लगता है लव-जिहाद जैसा कुछ नहीं होता वो जरूर पढ़े।

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'ब्राह्मण लड़की ₹20 लाख में, दलित लड़की ₹10 लाख में बेचेंगे' : हिंदू बच्चियों का सौदा करना चाहता था ब्यावर का 'मुस्लिम गैंग', रोजा-कलमा-नमाज की देते थे ट्रेनिंग।


राजस्थान के ब्यावर शहर में मुस्लिम लड़कों के गैंग ने हिन्दू बच्चियों को फंसाकर उन्हें नमाज, रोजा और कलमा के बारे में बताया। उन पर बुर्का पहनने का दबाव डाला। धर्मांतरण के लिए उनका ब्रेनवाश किया। एक बच्ची ने बताया कि रोजा ना करने पर उसका ब्लेड से हाथ काटा गया। बच्चियों का लगातार यौन शोषण किया गया। फिलहाल अब 'मुस्लिम गैंग' के यह सभी लड़के पुलिस की गिरफ्त में हैं। शुरूआती पूछताछ और पीड़िताओं के बयानों से भयावह जानकारियाँ सामने आई हैं। पुलिस आरोपितों को रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है।


सारे आरोपित अनपढ़, पर्ची से फंसाया।

हिन्दू बच्चियों का यौन शोषण वाले रिहान मोहम्मद (20 वर्ष), सोहेल अंसारी (19 वर्ष), लुकमान (20 वर्ष), अरमान पठान (19 वर्ष), साहिल कुरैशी (19 वर्ष) और 2 नाबालिग अनपढ़ हैं। इनमें से कोई स्कूल नहीं जाता है। इनमें से कोई वेल्डर की दुकान पर काम करता है तो कोई फर्नीचर की दुकान पर मजदूरी करता है। हालाँकि, इनके निशाने पर एक स्कूल में पढ़ने वाली 10वीं की हिन्दू छात्राएँ आईं। यह बच्चियाँ भी आसपास की रहने वाली हैं और इन मुस्लिम लड़कों के इलाकों से होकर स्कूल जाती थीं।


इसी के बाद इन्होंने उन बच्चियों को निशाने पर लिया। एक पीड़िता ने बताया कि सोहेल मंसूरी ने स्कूल से घर तक उसका 15 दिन तक पीछा किया। सोहेल ने उसके सामने नम्बर लिखी पर्चियां फेंकी। बच्ची ने एक दिन उसको फोन किया तो उसने कैफे में मिलने को बुलाया और वहाँ शारीरिक शोषण किया। पीड़िता ने बताया कि इसकी फोटो भी निकाल ली। इस काम में सोहेल मंसूरी के साथ बाकी मुस्लिम लड़के भी शामिल थे। हिन्दू बच्ची ने बताया कि इसके बाद सोहेल उसे अपनी दोस्त से बात करने को टॉर्चर करने लगा।


मोबाइल दिया, रोजा-कलमा का दबाव डाला।

NDTV राजस्थान की एक रिपोर्ट के अनुसार, सोहेल मंसूरी का शिकार बनी पीड़िता ने बताया कि उसे एक छोटा फोन भी दिया गया था, इसी से बातचीत होती थी। सोहेल पीड़िता को लगातार धमकाता भी था। पीड़िता ने अपनी सहेलियों से रियान, जावेद और अरमान की बात करवाई। सोहेल ने हिन्दू बच्ची को बुर्का पहनने के लिए प्रताड़ित किया। उसे रमजान और रोजे के बारे में बताया, रोजा कैसे रखना है इसके लिए भी ब्रेनवाश किया। पीड़िता के हाथ पर कट भी मारे गए। उस पर कलमा पढ़ने का दबाव डाला।


बच्चियों के धर्मांतरण की भी तैयारी के लिए उनको नई-नई गाड़ियाँ दिखाई जाती। बच्चियों को ले जाने के लिए यह मुस्लिम लड़के कभी बुलेट लाते तो कभी बाकी गाड़ियाँ। एक पीड़िता ने बताया, "उन लोगों ने एक बार बोला था कि ब्राह्मण की छोरी को बेचेंगे तो 20 लाख रुपये मिलेंगे और तुझे (दलित) बेचेंगे तो 10 लाख रुपये मिलेंगे।" बच्चियों ने बताया कि उनकी अश्लील फोटो-वीडियो के सहारे उन्हें लगातार ब्लैकमेल किया जाता था। उन्हें दूसरी लडकियाँ लाने को कहा जाता था।


एक मोबाइल से हुआ खुलासा।

इस पूरे कांड का खुलासा एक बच्ची के पास से मिले मोबाइल से हुआ। बच्ची के घरवालों ने उससे मोबाइल लेकर एक मुस्लिम लड़के के पास फोन किया। फोन करने पर वह गालियाँ बकने लगा और धमकियाँ देने लगा। इसके बाद पीड़िता के परिजन थाने पहुँचे। इसके बाद मामले की परतें खुलना चालू हुईं। पता चला कि एक ही नहीं बल्कि कई लडकियाँ इस गैंग का शिकार हुई हैं। एक-एक बच्ची को एक साथ कई मुस्लिम लड़के धमकाते थे। यह सभी इनसे पैसे भी वसूलते थे। बच्चियाँ इसके लिए घर से पैसे चोरी करती थीं।


पुलिस ने बयान दर्ज करवाए, रिमांड पर लिया।

ब्यावर पुलिस ने इस मामले में गिरफ्तार आरोपितों को मंगलवार (19 फरवरी, 2025) को कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने 5 बालिग़ आरोपितों को 4 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा है। कोर्ट में पेश करने के दौरान इस 'मुस्लिम गैंग' को वकीलों ने पीट दिया। इन पर वकीलों ने जूते-चप्पल चलाए। इस मामले में ब्यावर के हिन्दू समाज ने प्रदर्शन भी किया है। पुलिस ने पीड़िताओं के बयान भी कोर्ट में दर्ज करवा दिए हैं। पुलिस ने पीड़िताओं का मेडिकल भी करवाया है। मामले में गिरफ्तार 2 नाबालिगों को किशोर बोर्ड के पास भेजा गया है।

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