दुनिया का सबसे बड़ा जूठ मजहब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना.

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सबसे बड़ा सच

    (1) मजहब के कारण

    देश का बटवारा हुआ, लाखों लोगो का कतल हुआ.

    (2) मजहब के कारण

    कश्मीर से हिंदुओ को मारकाट कर, रेप करके अपने हि देश में तंबू में पिछले 30 साल से बेघर किया.

    (3) मजहब के कारण

    हिंदुस्तान में अनेक मंदिरों को तोड़ा गया, जिस में प्रमुख मंदिर है, राम मंदिर, काशी और मथुरा.

    (4) मजहब के कारण

    महमद गजनवी ने सोमनाथ मंदिर को तोड़ा,लूटा.

    (5) मजहब के कारण

    मोहमद गोरी ने पाटण पर हमले कर के अनगिनत मंदिर तोड़े.

    (6) मजहब के कारण

    कुतुब-उद-दीन ऐबक ने अनेक मंदिरों को तोड़कर, मंदिरों के अवशेष से पहली मस्जिद क़ुव्वत अल बनाया.

    (7) मजहब के कारण

    गुरु गोविंद सिंह और उनके चार बेटे को जान से मारा गया जिंदा दीवारों में चना गया.

    (8) मजहब के कारण

    छत्रपति शिवाजी महाराज के पुत्र संभाजी को नोच नोच कर, हाथ, पैर काट काट कर, तड़फा तडफा कर मारा गया.

    (9) मजहब के कारण

    हजारों लड़कियां को लव जिहाद में फसाकर मौत के घाट उतारा गया, और न जाने कितने कांड किया गया, और यह कार्य अभी भी चालू है.

    (10) मजहब के कारण

    खिलजी वंश ने गैर मुस्लिमों का नरसंहार किया नारियों को बेइज्जत किया.

    (11) मजहब के कारण

    तुग़लक़ राजवंश ने श्रीरंगपट्टनम १२००० निहत्थे साधुओं को मार दिया और मन्दिर को ध्वस्त कर दिया.

    (12) मजहब के कारण

    तैमूर लंग ने अपनी जीवनी 'तुजुके तैमुरी' में तैमूरलंग कुरान की इस आयत से ही प्रारंभ करता है 'ऐ पैगम्बर काफिरों और विश्वास न लाने वालों से युद्ध करो और उन पर सखती बर्तों।' वह आगे भारत पर अपने आक्रमण का कारण बताते हुए लिखता है.

    (13) मजहब के कारण

    हिन्दुस्तान पर आक्रमण करने का मेरा ध्येय काफिर हिन्दुओं के विरुद्ध धार्मिक युद्ध करना, आगे वर्णित है (जिससे) इस्लाम की सेना को भी हिन्दुओं की दौलत और मूल्यवान वस्तुएँ मिल जायें.

    (14) मजहब के कारण

    सिकन्दर बुतशिकन संपादित करें सिकन्दर शाह मीरी ने कश्मीर में इस्लामिक कट्टरता की ऐसी मिसाल कायम की कि उसका नाम ही 'बुतशिकन' (मूर्तियों को तोडने वाला) पड गया। उसने अनेक हिन्दू, बौद्ध धार्मिक स्थलों को तोडा और उनको इस्लाम स्वीकारने या कश्मीर छोडने पर बाधित किया। उसने गैर-इस्लामिक लोगों के रिवाज़ जैसे पूजा-अर्चना, नृत्य, गायन, संगीत, शराब पीने और धार्मिक उत्सवों पे पाबंदी लगा दी। बहुत से हिन्दूओं ने इस उत्पीडन से बचने के लिये या तो इस्लाम स्वीकार कर लिया या फिर कश्मीर से पलायन कर दिया। बहुत से मारे भी गये।

    (15) मजहब के कारण

    लोधी वंश: लोधी वंश के सिकदंर लोधी व बहलोल खान के शासन में हिन्दुओं को जला के मारने जैसी घटना हुयी, १४९९ ईː में एक बंगाली ब्राह्मण के उदार विचारों से प्रभावित हो कर बहुत से हिन्दू व मुसलमान उसके अनुयायी बन गये, उसका मत था कि हिन्दू व इस्लाम, दोनों धर्म सच्चे हैं केवल ईश्वर तक पहोंचने का इनका मार्ग अलग-अलग है।

    (16) मजहब के कारण

    बाबर, हुमायुं, सुरी साम्राज्य (1526-1556) हिंदुओ पर अत्याचार किया गया.

    (17) मजहब के कारण

    जज़िया एक प्रकार का धार्मिक कर है। इसे मुस्लिम राज्य में रहने वाली गैर मुस्लिम जनता से वसूल किया जाता है। इस्लामी राज्य में केवल मुसलमानों को ही रहने की अनुमति थी और यदि कोई गैर-मुसलमान उस राज्य में रहना चाहे तो उसे जज़िया देना होगा। इसे देने के बाद गैर मुस्लिम लोग इस्लामिक राज्य में अपने धर्म का पालन कर सकते थे।

    (18) मजहब के कारण

    टीपू ने अपने राज्य में लगभग 5 लाख हिन्दुओं को जबरन मुसलमान बनाया। हजारों की संख्या में कत्ल कराए। टीपू के शब्दों में, 'यदि सारी दुनिया भी मुझे मिल जाए, तब भी मैं हिन्दू मंदिरों को नष्ट करने से नहीं रुकूंगा। ... पत्र के अनुसार टीपू लिखता है, 'पैगंबर मोहम्मद और अल्लाह के करम से कालीकट के सभी हिन्दुओं को मुसलमान बना दिया है।

    (19) मजहब के कारण

    बंगाल में हिंदुओ पर हो रहे है अत्याचार.

    (20) मजहब के कारण

    कोंग्रेस ने और अन्य राजकीय पार्टी ने पार्टी ने हिंदुस्तान में तुष्टिकरण नीतियां अपनाई है.

    (21) मजहब के कारण

    इमामों को हर महीना तनखा अन्यों के टैक्स के पैसे से दी जाती है.

    (22) मजहब के कारण

    एक सविधान होते हुए भी मुस्लिम पर्सनल लॉ बनाया गया है.

    (23) मजहब के कारण

    कई सालों तक हज की सब्सिडी दी जाती रही.

    (24) मजहब के कारण

    किसी एक धर्म को ध्वनि प्रदूषण को नजर अंदाज किया जाता है, कोर्ट का ऑर्डर होनेके बावजूद.

    (25) मजहब के कारण

    किसी एक धर्म के व्यक्ति पर अनेक नॉन बेलेबल एफ आई आर होने के बावजूद उसे गिरफ्तार नही किया जाता.

    (26) मजहब के कारण

    किसी भी मंदिर के पुजारी को कभी तनखा नहीं दी जाती.

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