१.) एक बच्चा मुसलमान के घर पैदा हुआ और एक काफ़िर के घर । क्या यह अल्लाह का अन्याय नहीं है ?
२.) जन्नत और जहन्नुम यदि कर्मो का फल है तो आदम और हव्वा के कौन से कर्म थे जिनके कारण उन्हें बना कर सीधा जन्नत में भेजा गया ?
३.) यदि काफिरों का ठिकाना जहन्नुम है तो इब्लिश जो की काफ़िर था वो जन्नत में कैसे प्रवेश कर गया आदम को बहकाने के लिए ?
४.) यदि सजदे का हुकूम फरिश्तों के लिए था तो अजाजिल को सजदा न करने के कारण शैतान क्यों बनाया क्योकि वह तो जिन्न था ।
५ .) यदि शैतान आदम को न बहकाता तो क्या आज भी दुनिया नँगी नहीं घूमती ? क्योकि शैतान की वजह से ही आदम को सही गलत का बोध हुआ था ।
६.) जिसके आधे कर्म बुरे है और आधे अच्छे उसे जन्नत मिलेगी या जहन्नुम ?
७.) अल्लाह ने सृष्टि किस चीज से बनाई ? क्या अपनी शक्ति से ? तो वो शक्ति गुण है या पदार्थ । यदि पदार्थ है तो मानना पड़ेगा की पदार्थ पहले से ही था और यदि आप शक्ति को गुण मानते हो तो गुण से पदार्थ नहीं बनता । जैसे सुगंध से फूल नहीं बना करता ।
८.) हव्वा को आदम की पसली से बनाया गया तो इस हिसाब से वो उसकी पुत्री होनी चाहिए अर्थात जो जिस से पैदा हुआ वो उसका जनक कहलाता है तो फिर हव्वा आदम की बीवी कैसे बन गयी ?
९) आदम की तीसरी पीढ़ी को चलाने के लिए आदम के बच्चो को ही आपस में संभोग करना पड़ेगा क्या यह शर्मनाक नहीं है ?
१०.) यदि अल्लाह ने सबको इबादत के लिए बनाया है तो जन्म और मृत्यु क्यूँ बनाये ? यदि इबादत करवानी थी तो कयामत तक जीवन सभी को दे देता और जब कयामत आती तब सबको स्वर्ग नर्क में कर्म अनुसार डाल देता | मृत्यु का कोई प्रयोजन ही नजर नही आ रहा है |
११.) इस्लाम की मान्यता है एक पत्थर की मूर्ति मक्खी तक नही उड़ा सकती क्योंकि वो एक जड़ वस्तु है तो फिर एक पत्थर हजरत मूसा के कपड़े लेकर कैसा भाग गया ?
१२.) मुसलमान हनुमान जी के सूरज को निगलने को पाखण्ड बताते है फिर मुहम्मद साहब के उंगली के इशारे से चाँद के 2 टुकड़े होना कैसे सत्य मान लेते है ?
1३.) कुरान में दावा है कि अल्लाह ने ईसा को इंजील दिया जबकि दुनिया जानती है कि ईसा के समय मे इंजील नाम तक नही था बल्कि ईसा की मृत्यु के बहुत समय बाद उनके शिष्यों ने उनके कथनों का संकलन करके इंजील नाम से एक पुस्तक बनाया था ।
१४.) कुरान में दावा है कि अल्लाह ने हर जीव को नर मादा के रूप में पैदा किया जबकि अमीबा की खोज ने कुरान का दावा झूठा साबित कर दिया ।

