जागो देशवासियों जागो
अंग्रेजों की कांग्रेस ने केवल देश को हर तरह से हर जगह केवल लूटा और घोटाला किया तथा भ्रष्टाचार किया कांग्रेस भारत की सबसे ज्यादा देशद्रोही पार्टी साबित है।
इसे पढ़ो और सोचो अंग्रेजों द्वारा बनाई गयी लुटेरी कांग्रेस सब झूठा श्रेय लेती है
(1)- "BCFW" (बंगाल केमिकल्स ऐण्ड फार्मास्यू टिकल वर्क्स
देश की इस सबसे पुरानी दवा कम्पनी की स्थापना नेहरू सरकार ने नहीं बल्कि "आचार्य प्रफुल्ल चन्द्र राय" ने की थी. उन्होंने विवाह नहीं किया था. उनकी मृत्यु के बाद उनका कोई उत्तराधिकारी न होने के कारण उनकी कम्पनी भारत सरकार की हो गई न कि नेहरू ने बनवाया था।
(2)- "HAL" (हिन्दुस्तान एरोनाटिक्स लिमिटेड
हिन्दुस्तान एरोनाटिक्स लिमिटेड की स्थापना सन् 1940 ई० मेंम बंगलौर के व्यापारी "वालचंद हीराचंद" ने की थी
वालचंद हीराचंद ने इन्जीनियारिंग के क्षेत्र (चीनी मिल की मशीनरी, बौयलर निर्माण, जहाज निर्माण, आदि) में बहुत काम किये. देश आजाद होने पर HAL कहीं तकनीकी रूप से चीन और रूस को पीछे न छोड़ दे,इस डर से राष्ट्रीयकरण के नाम पर छीन लिया व बर्बाद कर दिया।
(3)- एयर इण्डिया
सन् 1938 ई० में स्थापित "टाटा एयरलाइन्स" का राष्ट्रीयकरण कर नेहरू ने "एयर इण्डिया" नामकरण किया था, जवाहर लाल नेहरू का इसकी स्थापना में कोई योगदान नहीं था,बस श्रेय लेने के लिए अपने मुंह मिट्ठू बनने की घातक बीमारी थी।
(4)- "TIFR" (टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ़ फंडामेंटल रिसर्च
भाभा और टाटा के संयुक्त प्रयास से, 1 जून, सन् 1945 ई० को 'टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ़ फंडामेंटल रिसर्च (TIFR)' की स्थापना की थी सन् 1949 ई० में उन्होंने अपना संस्थान 'गेट वे ऑफ़ इंडिया' के पास एक इमारत में स्थानांतरित कर दिया. सरकार ने तो इसे कोलाबा में साढ़े पांच एकड़ जमीन सन् 1954 ई० में दी थी।
(5)-भारत में पहले एम्स के लिये फंड कैसे मिला था
जवाहर लाल नेहरू ने भारत में पहला एम्स बनाने के लिये वित्तीय फंड देने से साफ इन्कार कर दिया था तब कपूरथला की राजकुमारी अमृतकौर अहलूवालिया ने विदेश से
फंड लाकर तथा अपनी 100 एकड़ पैत्रिक जमीन बेचकर बनवाया परन्तु वेशर्म अंग्रेजों के द्वारा बनाई गयी कांग्रेस और उनके पिछलग्गू कम्युनिस्ट कहते हैं इसका श्रेय भी फर्जी जाति नेहरू जवाहर लाल नेहरूआ को देते हैं ।
(6)-राष्ट्रीयकृत बैंकें
जवाहर लाल नेहरू ने किसी बैंक की स्थापना नहीं की बल्कि पहले से ही कार्यरत बैंकों का नये सिरे से नामकरण किया था यथा पंजाब नेशनल बैंक की स्थापना लाला लाजपत राय और दियाल सिंह मजीठिया ने अपने कुछ मित्रों के साथ मिलकर सन् 1894 ई० में किया था।
(7)-भारत में लगने वाली प्रमुख्य प्राइवेट व्यवसायिक संस्थान /कम्पनियां
सन् 1868 ई० टाटा व्यवसायिक कम्पनी !
सन् 1884 ई० डाबर ड्रग कम्पनी !
सन् 1897 ई० गोदरेज व्यवसायिक कम्पनी !
सन् 1910 ई० झन्डू ड्रग कम्पनी !
सन् 1930 ई० हिमालय ड्रग कम्पनी !
कांग्रेसी और वामपंथी इतिहासकारों ने एक साजिश के तहत ये झूठ फैलाया है की अंग्रेजों का थोपा संदिग्ध जिहादी जवाहर लाल नेहरु आधुनिक भारत के निर्माता है
सच्चाई ये है की अंग्रेजो ने अपने ही बनाते कांग्रेस में संदिग्ध जिहादी जवाहर लाल नेहरु को एक तेज रफ्तार में चलती गाड़ी का स्टीयरिंग थमाया था !
भारत में पहला हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट दार्जिलिंग में सन् 1897 ई० में बना था!
भारत में दूसरा हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट मैसूर के राजा ने कोलर के खान से सोना निकालने के लिए कावेरी नदी पर सन् 1887 ई० में बनाया जो सन् 1902 ई० में पूरा हुआ!
सोचने का विषय है कि आजादी तक भारत में कुल 230 पॉवर प्रोजेक्ट कार्यरत थे!
दोराबजी टाटा ने 1910 में ही टाटा पावर नामक कम्पनी बनाई थी ... दोराबजी ने टाटा पॉवर द्वारा 1915 में महाराष्ट्र के खोपोली ने 72 मेगावाट का विशाल पावर प्रोजेक्ट बनाया ..
टाटा पावर ने 1947 तक भारत में 23 बड़े पॉवर प्रोजेक्ट बना चुकी थी और बम्बई, दिल्ली और कोलकाता में इलेक्ट्रिक डिस्ट्रीब्यूशन नेट्वर्क बना चुकी थी
भारत के हैदराबाद, बीकानेर, जोधपुर, बडौदा, ग्वालियर, पोरबंदर सहित तमाम रियासतों ने अपने राज्यों में कई पॉवर प्रोजेक्ट बनवाये थे
आपको जानकर आश्चर्य होगा की सन् 1947 ई० तक चीन भारत से पॉवर, रेल, सडक तथा सेना आदि तमाम क्षमताओ में काफी पीछे था
अंग्रेजो ने ही भारत देश को को चाय और काफी के विशाल बगान बनाकर दिए थे .. उन बागानों तक जो काफी दुर्गम पहाड़ो पर थे वहां अंग्रेजो ने सिचाई, रेल, सड़क आदि इन्फ्रास्ट्रक्चर विकसित किये थे
सन् 1947 ई० में अंग्रेजों ने बीस विशाल बंदरगाह और 23 एयरपोर्ट बनाकर दिए गए थे क्योंकि अंग्रेज व्यापार के लिये सब बना रहे थे लेकिन "आजाद हिन्द फौज" खौफ से डरकर अंग्रेजों ने भारत देश को बेमन से आजाद किया था
मद्रास दिल्ली मुंबई करांची में सेंट स्टीफन कोलेज, अजमेर में मेयो कालेज सहित पुरे भारत में 350 कालेज और 23 युनिवर्सिटी सन् 1947 ई० से पहले के बने थे तो कांग्रेस ने क्या क्या बनवाया है कांग्रेस वालों को बताना चाहिये
सेरामपोर कॉलेज: हावड़ा स्थापना: 1818
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, रूड़की: स्थापना: 1847
मुंबई विश्वविद्यालय: स्थापना: 1857
मद्रास विश्वविद्यालय: स्थापना: 1857
कलकत्ता विश्वविद्यालय: स्थापना: 1857
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय: स्थापना: 1875
इलाहाबाद विश्वविद्यालय: स्थापना-1887पं
जाब विश्वविद्यालय - 1882
बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय -1916, युनिवर्सिटी ऑफ़ मैसूर -1916, पटना युनिवर्सिटी, नागपूर युनिवर्सिटी काशी विद्यापीठ सहित 49 बड़े विश्वविद्यालय थे ...
सन् 1947 ई० तक भारत शिक्षा संस्थानों में तीसरे नम्बर पर था तो कांग्रेस वालों ने नाम बदलने के अलावा क्या क्या काम किया है उसको बताये ???
इंडियन आर्मी 1895 में स्थापित हुई थी ..
अंग्रेज आठ कमांड बनाकर गये थे जिसमे 2 पाकिस्तान में चले गये ..
ब्रिटिश इंडियन आर्मी प्रथम और द्वितीय विश्वयुद्ध में बहादुरी से लड़ी थी ..
अंग्रजो ने जाते जाते भारत देश के संदिग्ध
जवाहर लाल नेहरु को 45 सैनिक छावनियां और विशाल रोयल एयरफोर्स दिया था ..
भारत विश्व में तीसरा देश था
जिसने वायुसेना बनाया यानी चीन के पहले ही अंग्रेजो ने भारत को विशाल और आधुनिक वायुसेना बनाकर दे दिया था तो कांग्रेस ने जो किया हो कांग्रेस को उसका ही विवरण देना चाहिये
अंग्रेजों ने सन् 1947 ई० के पहले ही दुनिया का दूसरा मेडिकल कॉलेज जो आगरा में है जो आज सरोजिनी नायडू मेडिकल कॉलेज जाना जाता है उसे लखनऊ में
किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज वेल्लोर में क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज सहित 30 मेडिकल कॉलेज बनाए थे ऊटी के पास वायरस से होने वाली बीमारियों पर रिसर्च करने के लिए दुनिया का सबसे आधुनिक वायरल रिसर्च सेंटर बनाया था
आज देश में जितना भी रेलवे नेट्वर्क है उसका 67% सन् 1947 ई० तक बन चूका था ..
भारत का ये विशाल रेल नेट्वर्क संदिग्ध जवाहर लाल नेहरु का नही बल्कि अंग्रेजो का देन है ..
उन्होंने विशाल नदियों पर पुल बनाये दुर्गम पहाड़ो को काटकर रेल लाइन बनाई ..
भारत विश्व में चौथा देश और एशिया का पहला देश है जहाँ रेल चली .. भारत में सन् 1853 को रेल चली .. जबकि इसके 30 साल बाद चीन में रेल चली थी
भारत में विशाल चाय बागन और सागौन के लकड़ी के बागान लगाने वाली कम्पनी पारसी वाडिया खानदान की थी जिसका नाम था बाम्बे बर्मा ट्रेडिंग कम्पनी लिमिटेड ..
ये कम्पनी 1863 में बनी थी
और एशिया की बड़ी कम्पनी थी
सन् 1865: इलाहाबाद बैंक
सन् 1892: ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज लिमिटेड
सन् 1895: पंजाब नेशनल बैंक
सन् 1897: सेंचुरी टेक्सटाइल्स एंड इंडस्ट्रीज लिमिटेड
सन् 1897: गोदरेज एंड बॉयस मैन्युफैक्चरिंग कंपनी लिमिटेड
सन् 1899: कलकत्ता इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई कॉरपोरेशन
सन् 1902: शालीमार पेंट कलर एंड वार्निश कंपनी
सन् 1903: इंडियन होटल्स कंपनी लिमिटेड
सन् 1908: बैंक ऑफ बड़ौदा
सन् 1911: टीवीएस
सन् 1904: कुंभकोणम बैंक लिमिटेड
सन् 1905: फीनिक्स मिल्स लिमिटेड
सन् 1906: केनरा बैंकिंग कॉर्पोरेशन (यूडीपीआई) लिमिटेड
सन् 1906: बैंक ऑफ इंडिया
सन् 1907: TATA STEEL LTD सहित चार सौ से ज्यादा बड़ी कम्पनियां लगभग सन् 1947 ई० के पहले ही भारत में बन चुकी थीं ....और भारत में लगभग 80 से ज्यादा बैंक थे
कांग्रेसी इस तरह से प्रचारित करते है जैसे 1947 तक भारत एकदम पिछड़ा था कोई स्कुल तक नही था
लोग लालटेन युग में जीते थे सूई तक नहीं बनती थी अंग्रेजों की बनाई कांग्रेस केवल भारत के लोगों को गुमराह करके हिन्दुओं के खिलाफ ही भारत के संविधान में कानून बना रखा है
फिर अंग्रेजों का थोपा संदिग्ध जवाहर लाल नेहरु आये और मात्र 2 सालों में भारत को आधुनिक बना दियाI कितनी बड़ी मूर्ख भारत देश की जनता को कांग्रेस ने बनाये रखा
सोचो उपरोक्त व्यवसायिक कम्पनियों की स्थापना हो गई थी लेकिन लोग कहते हैं कि आजादी के पहले भारत में कुछ भी नहीं बनता था , सोचो भारत देश की क्षमता की बुराई लोग करते रहते हैं आखिर क्यों?
मोहनदास करमचंद गांधी को घिनौनी साजिश से भारत में एक सर्वमान्य नेता के रूप में स्थापित करवाया जिसे लोग बाद में
महात्मा गांधी कहते थे इस तरह से महात्मा गांधी भी अंग्रेजों का जासूस व दलाल ही था तथा अंग्रेजों ने अपना सबसे शातिर दूसरा दलाल व जासूस हिन्दुओं में कही भी ब्राह्मणों में नेहरू
जाति नहीं होती है तथा नेहरू कश्मीर में कहां रहते थे आज तक साबित नहीं है लेकिन फर्जी जाति नेहरू खानदान
निश्चित ही विदेशी घुसपैठिया साबित होता है जवाहर लाल नेहरू को अंग्रेजों ने अपनी इच्छा के अनुसार सदा प्रयोग किया और जवाहर लाल नेहरू भी अंग्रेजों का पूरा जासूस व दलाल ही साबित हुआ
याद रखो देशवासियों भारत में नेवी सेना में सन् 1946 ई० की बगावत से अंग्रेज भयभीत थे और उन्हें भारत 25 लाख सैनिकों की बगावत का डर आजाद हिन्द फौज के कारण सताने लगा
भारत में मात्र एक लाख अंग्रेजों में से मात्र केवल उस समय लगभग 55000 अंग्रेज ही बचे थे बाकी तो 35000 अकेले
आजाद हिन्द फौज वालों ने ही अंग्रेजों को मार दिया था इसलिए अंग्रेज आजाद हिन्द फौज से बहुत भयभीत थे इसलिए अंग्रेज अंग्रेज केवल आजाद हिन्द फौज से डरकर भारत का
बटवारा करके अंग्रेजों ने अपने दलाल व जासूस संदिग्ध घुसपैठी जवाहर लाल नेहरू को सत्ता अपनी शर्तों पर ही
स्थान्तरित करके दिया था तो इस देश में इतने वर्ष तक शासन करने वाली कांग्रेस से पूछो भारत अभी तक विदेशियों के ऊपर क्यों निर्भर था जब देश में आबादी कम थी तो कांग्रेस केवल भारत में अवैध घुसपैठ क्यों करा रही थी ?
कांग्रेस ने पिछले मनमोहन सिंह की सरकार में सन् 2004 ई० से सत्ता में में सन् 2014 ई० तक रही तो 10 देश वर्षों का रक्षा बजट कांग्रेस की सरकार ने क्या किया था ???
देश की रक्षा बजट के बल पर नरेन्द्र मोदी जी ने रक्षा क्षैत्र में 10 वर्ष में काफी सेना को वन रैंक वन पेन्शन भी दिया और देश की सुरक्षित हेतु जरूरी हथियार भी खरीदा और
देश का काफी हथियार अब स्वदेश में बनने लगा नरेन्द्र मोदी जी के कारण भारत रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर होता जा रहा है इसलिये भारत देश की विरोधी और हिन्दुओं की
विरोधी अंग्रेजों की बनाई विपक्षी कांग्रेस और भारत की विरोधी और हिन्दुओं की घोर विरोधी कम्युनिस्ट पार्टियों और सभी विरोधी हिन्दू विरोधी और भारत देश के विरोधी
विपक्षी पार्टियों के साथ साथ कई देश भी भारत की रक्षा क्षेत्र में आगे जाने व आत्मनिर्भरता की तरफ बढ़ने से रोकने की घिनौनी साजिश में लगे हैं तथा तरह तरह के हथकंडे
अपनाकर नरेन्द्र मोदी जी को बदनाम कर रहे हैं लेकिन देश की जनता इनकी साजिश जान रही है तभी तो इन्हें कोई महत्व नहीं दे रही है
देशभक्त नरेन्द्र मोदी जी का मेक इन इन्डिया और मेड इन इन्डिया से देश का विकास हो रहा है भारत देश में नये नये रोजगार बढ़ रहे हैं
देश मैन्युफैक्चरिंग हब बन रहा है सभी विपक्षी विरोधी इसीलिए परेशान हैं
भारत विरोधी शक्तियां एक होकर नरेन्द्र मोदी जी को हराने की घिनौनी साजिश में इन भारत की विपक्षियों के साथ लगी हैं। जागो देशवासियों जागो
कांग्रेस हटाओ हिन्दू और हिन्दुओं के देश भारत देश को बचाओजागो सनातनी हिन्दुओं जागो !
अब देशवासियों सब मिलकर अंग्रेजों के द्वारा बनाई गई हिन्दू विरोधी कांग्रेस के शासन का हिसाब लो !
सोचो देशवासियों अंग्रेजों द्वारा बनाई गयी लुटेरी कांग्रेस ने देश के रक्षा बजट का क्या किया ???

